Published: 04 अक्टूबर 2023
हाथ से बने असम के ज्वेलरी आर्टफॉर्म
प्रकृति और परंपरा असम के लोगों के जीवन की आधारशिला हैं। इसीलिए असम के कारीगर पीढ़ी दर पीढ़ी अपने निपुण हाथों और कौशल से यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता और विरासत को सोने के आभूषणों का आकर देते आ रहे हैं।
और प्रेरणा स्रोत की यहाँ कोई कमी नहीं है। हरे-भरे वनस्पति, विविध जीव-जंतु और संपन असमिया लोक जीवन के प्रतिबिम्बों को कारीगर मंत्रमुग्ध करने वाले शुद्ध सोने के 24 कैरेट के गहनों में कैद कर लेते हैं। जटिल आकार और सुंदर रूपांकनों से बने इन आभूषणों को कई दिन तक सावधानीपूर्वक तैयार किया जाता है। तभी जाकर थुरिया, जूनबिरी, लोका पारो और ऐसे कई अन्य अद्वितीय आभूषण आकृति लेते हैं।
नाजुक फूलों, सुंदर पक्षियों और जीवंत परिदृश्यों को दर्शाने के साथ साथ, ये उत्कृष्ट कृतियाँ प्राचीन कथाओं और आज की असमिया पहचान की कहानियों को बयान करती हैं। मात्र आभूषण न रहकर, ये उल्लेखनीय पूर्णताएं, असम के लोगों के लिए समृद्ध परंपरा और पहचान का प्रतीक हैं।
आइए, असम की खूबसूरती और वैभव से प्रेरित, इस कलाकारिता और कौशल का जश्न मनाएँ जो प्रकृति और नवीनता के मेल का सम्मान करती है।