Published: 28 जून 2018
सोने ने कैसे रचा कैलिफ़ोर्निया?
कैलिफ़ोर्निया का मशहूर गोल्ड रश (सोने की दौड़) 1848 और 1855 के बीच की घटना हैI यह तब की बात है जब कैलोफोर्निया में सोने की खोज हुई थीI .
इसकी शुरुआत 24 जनवरी 1848 को सटर मिल में हुई, जहां कोलोमा (कैलिफ़ोर्निया) के सिएरा नेवाडा पहाड़ों की तलहटी में बहती अमेरिकन नदी में एक फोरमैन को सोने की पपड़ियाँ मिलींI जब उसे अहसास हुआ कि यह सोना है तो उसकी ख़ुशी और आश्चर्य का कोई ठिकाना नहीं रहाI
वह इस बात को छिपा नहीं पाया और जल्दी ही यह खबर हर तरफ फ़ैल गईI प्रचलित कथा के अनुसार, सैन फ्रांसिस्को की ज्यादातर आबादी को शुरू में इस बात पर यकीन ही नहीं आयाI परन्तु फिर एक स्टोर-कीपर सटर मिल में मिले सोने को एक शीशी में भर कर शहर भर में घूमने लगा तो लोगों को यकीन आ गया, यह साबित करते हुए कि आंख से देखे का सुने हुए से ज्यादा असर होता हैI
खजाना हाथ लगने की उम्मीद में सैकड़ों लोग सडक और समुद्र के रास्ते कैलिफोर्निया पहुँचने लगेI अमेरिका के कोने-कोने से पुरुष और स्त्रियाँ दूसरों से उधार लेकर, अपनी संपत्ति गिरवी रखके या अपनी जिंदगी भर की जमापूंजी खर्च करके कैलोफोर्निया की यात्रा पर निकल पड़ेI 1849 तक कैलिफ़ोर्निया में बाहर से आए लोगों की आबादी 1,00,000 तक पहुँच चुकी थी, जो इससे पहले सिर्फ 1,000 होती थीI
हजारों खनिकों को सोने का लालच देकर उस जगह सोना खोजने के लिए कहा गया जहां वह पहली बार मिला थाI शुरू-शुरू में तो बहुत-से खनिकों को अपनी सामान्य आमदनी से दस गुना तक कमाई होने लगीI
अप्रवासियों की बाढ़ और बाज़ार में सोने की आमद को देखते हुए कई छोटे-छोटे उत्खनन शहर अस्तित्व में आ गए, जहां दुकानें, सलून वगैरह सब कुछ था और कई दूसरे ऐसे व्यवसाय भी जो इस गोल्ड रश का लाभ उठाना चाहते थेI इस तरह, 1850 में आज के कैलिफ़ोर्निया का जन्म हुआI
इस गोल्ड रश का कैलिफोर्निया की आबादी और नक़्शे पर असर तो पड़ा, पर सिर्फ कुछ समय के लिएI सोने की खुदाई के लिए विशेष कौशल की जरूरत थी, इसलिए जल्दी ही बड़े व्यवसाय इस होड़ में शामिल हो गए और आम लोग बाहर हो गएI
1860 और 1880 के बीच बड़ी कंपनियों ने 17 करोड़ मूल्य के सोने की खुदाई की, जो उस समय 7,00,000 पौंड से ऊपर थाI इसके बाद बाज़ार पर कृषि का नियंत्रण ज्यादा होता चला गयाI
कैलिफ़ोर्निया राज्य का उद्भव और सैकड़ों खनिकों ओर उनके परिवारों की समृद्धि सोने के प्रचुर आर्थिक महत्त्व और इसकी शक्ति का जीता-जगता प्रमाण हैI