Published: 27 सितंबर 2017
आपके मुंह में कितने मूल्य का स्वर्ण है.
दंतचिकित्सा में स्वर्ण का प्रयोग खोल, आवरण, और भराई (कैप, क्राउन, फिलिंग) के लिए होता है. जहां आवरण और खोल अपेक्षाकृत हलके होते हैं और उनमे ज्यादा स्वर्ण नहीं होता है, वहीं ठोस स्वर्ण दन्त का निर्माण स्वर्ण मिश्र धातु से किया जाता है, जिसमे 66% स्वर्ण (16 कैरट स्वर्ण) होता है और प्रत्येक का वजन 3 ग्राम होता है.
हिप हॉप संस्कृति में, ग्रिल एक प्रकार का आभूषण है, जिसे दाँतों पर पहना जाता है. ग्रिल को एक सिलिकॉन सांचे का प्रयोग करके आपके दांतों की आकार में बहुमूल्य धातुओं से बनाया जाता है. ग्रिल को निकाला भी जा सकता है. इसकी शुरुआत 1980 के दसक में न्यू यॉर्क के कलाकारों ने एक फैशन के रूप में की थी और धीरे-धीरे इसकी लोकप्रियता बढ़ती गयी है. दन्तक्रिया के लिए आवश्यक लगभग सभी अनुप्रयोगों में 16 कैरट स्वर्ण (66% शुद्ध) का प्रयोग किया जाता है. इससे थोड़ा भी अधिक शुद्ध स्वर्ण इतना कोमल होता है कि चबाने के दबाव के कारण विकृत हो जाता है.
आप चाहे हिप हॉप कलाकार हों, या अपने दाँतों पर स्वर्ण आवरण वाली कोई सामान्य व्यक्ति, आपके मुंह में जो स्वर्ण है, निश्चित रूप से उसका मोल कोई कम नहीं है. 16 कैरट स्वर्ण के 1 ग्राम का मूल्य भारतीय मुद्रा में लगभग 1700 रूपए (जुलाई 2017 की दर पर) होता है, इसलिए प्रश्न स्वाभाविक है कि आपके मुंह में कितने मूल्य का स्वर्ण है.
मान लिया जाय कि आपके मुंह में सभी 32 दांतों के लिए ग्रिल है, तो 3 ग्राम प्रति ग्रिल वजन के हिसाब से आपके मुंह में 96 ग्राम 16 कैरट स्वर्ण होगा. 16 कैरट स्वर्ण के लिए 1700 प्रति ग्राम की दर से देखा जाए तो आपके मुंह में 1,63,000 मूल्य का स्वर्ण है. इतने में यूएसए के लिए आने-जाने का टिकट, या 5 आइफोन या आपके घर के लिए 60 इंच एलसीडी टीवी का एक जोड़ा खरीदा जा सकता है.