ज़्यादा कहानियां
विमुद्रीकरण एवं स्वर्ण
भारत के सामने 2016 में उत्पन्न अनेक चुनौतियों में स्वर्ण सर्राफा बाज़ार को सबसे बड़ा झटका लगा था.
वैश्विक बैंकों की आक्रामक मौद्रिक नीति का स्वर्ण के मूल्य पर संभावित प्रभाव
स्वर्ण के मूल्यों पर पूरे विश्व के केन्द्रीय बैंकों की प्रतिक्रियाओं के साथ-साथ ब्याज दरों और मौद्रिक समायोजन पर उनकी कारवाई का प्रभाव पड़ता है.
भारत में स्वर्ण पर आरोपित पूंजीगत लाभार्जन कर की जानकारी
पूंजी-परिसंपत्ति को बेचकर प्राप्त किये गए लाभ को पूंजीगत लाभार्जन कहते हैं.
भू-राजनीतिक तनाव स्वर्ण के मूल्य को किस प्रकार प्रभावित करते हैं?
जून 2017 में कोरियाई प्रायद्वीप में, चुनिन्दा मध्यपूर्व देशों द्वारा राजनयिक सम्बन्ध समाप्त कर देने के बावजूद, नया तनाव पैदा हो गया था.
स्वर्ण के मूल्य को प्रभावित करने वाले घटक
स्वर्ण के मूल्य को प्रभावित करने वाले अनेक घटक है. इनमे ब्याज दर, भू-राजनैतिक तनाव, मुद्रा की चाल, मुद्रास्फीति, तरलता, आदि सम्मिलित हैं. इनमे से तीन उस श्रेणी में आते हैं जो स्वर्ण के मूल्य को सबसे ज्यादा प्रभावित करते हैं.
भारत का आभूषण निर्यात
उन देशों के बारे में जानकारी जहां भारत द्वारा स्वर्ण का निर्यात किया जाता है
सोना रखे बिना इसमे निवेश कैसे करें?
वास्तविक रुप से सोना साथ न रखते हुए भी हम उसके प्रपत्र की मदद से उसमें निवेश कैसे कर सकते हैं, इस संबंध में जानकारी
वित्तीय संकट के समय स्वर्ण कैसे आपका दोस्त हो सकता है?
यहां पर अनेक तरीके दिये गए हैं जिससे स्वर्ण आपकी मदद कर सकता है जब वित्तीय रुप से खराब समय चल रहा हो।
हॉलमार्क की गई गोल्ड ज्वेलरी ही क्यों खरीदें?
भारतीय गोल्ड बाजार केवल विश्व का सबसे बडा बाजार ही नही है, बल्कि कुछ बेहद खूबसूरत, मुश्किल और हाथ से बनाई गयी ज्वेलरी के लिए भी मशहूर है। प्रीशियस गोल्ड ज्वेलरी खरीदते समय हम हमेशा ही बहुत उत्साहित रहते हैं लेकिन इस उत्साह में हमें यह नही भूलना चाहिये कि गोल्ड ज्वेलरी में बडी मात्रा में मिलावट होती है और कम कैरेट का सोना ज्वेलरी में मिलाया जाता है और क्वालिटी कन्ट्रोल के मामले में ये इंडस्ट्री सालों से मात खा रही है। ग्राहक को शुद्धता संबंधी चिंता से मुक्त करने के लिये ब्यूरो ऑफ इन्डियन स्टैन्डर्ड्स (बीआईएस) द्वारा हॉलमार्क संबंधी मानक और नीतियां बनाई हैं।
गोल्ड का मूल्य कैसे निर्धारित किया जाता है?
एक वैश्विक मुद्रा होने की वजह से सोने का भाव रोज़ बदलता है और उसके अलावा अक्सर हर राज्य में और हर सुनार की दूकान पर भी अलग-अलग होता है. लंदन बुलियन एसोसिएशन के स्पॉट प्राइस, कस्टम ड्यूटी, मेकिंग चार्जेज वगैरह सोने के भाव को प्रभावित करते हैं. आइये समझते हैं की किस तरह भारत में सोने का भाव तय किया जाता है।