Published: 04 अक्टूबर 2018
बुनने योग्य, पहनने योग्य और धोने योग्य सोना कैसे बनता है?
पिछले दशक में, वस्त्र-उद्योग बहुत विकसित हुआ है। चाहे 3डी-प्रिंटेड कपड़े हों या आईओटी-आधारित स्मार्ट और इंटरऐक्टिव कपड़े, टेक्नोलॉजी ने फैशन जगत में भी क्रांति ला दी है।
ऐसी ही एक खोज की गयी थी 2011 में – एक ऐसा कपड़ा विकसित हुआ जिसमें 24 कैरेट सोने पिरोया गया था। एक दशक तक गहन शोध करने के बाद, स्विस फेडरल लैबोरेटरीज़ फॉर मटीरियल्स साइंस ऐंड टेक्नोलॉजी में, स्विस इंजीनियर के एक दल ने कपड़े में सोना बुनने की एक युक्ति ईजाद की। और बस, तब से जो गोल्ड फैब्रिक बना है, वो कारीगरी योग्य, पहनने योग्य और धोने योग्य है।
हालाँकि सोने का पानी चढ़ा फैब्रिक तो सदियों से राजघरानों की विशेष पसंद रहा है, यह पहली बार था जब शुद्ध सोने के धागों को एक साथ बुनकर एक कपड़ा बनाया गया था। ईएमपीए दल का दावा है कि यह दुनिया का सबसे पहला ऐसा कपड़ा है जो सोने से बना है और जो बुनाई या धुलाई में खराब नहीं होगा।
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इकट्ठा करना
गोल्ड फैब्रिक बनाने की प्रक्रिया:
- सोने के एक टुकड़े को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ने के लिए उच्च-स्तरीय टेक्नोलॉजी का प्रयोग होता है; टुकड़े इतने छोटे होने चाहिए कि वे नैनोमीटर में मापे जा सकें
- सोने के एक टुकड़े पर तेज़ गतिशील आर्गन आयन की एक धार छोड़ी जाती है, जिससे धातु के एकल ऐटम निकल जाते हैं
- सोने के भरी एक गैस जेट को रेशम के धागे पर केंद्रित करके सोने की एक पतली परत से ढका जाता है
- फिर उस धागे को एक प्लाज़्मा धारा से ले जाया जाता है
फैब्रिक का प्रयोग
इस कपड़े का प्रयोग फिलहाल बो-टाई, रुमाल और पूरी-लम्बाई वाली टाई बनाने के लिए होता है। एक सामान्य नेकटाई, जिसमें करीब 8 ग्राम सोने का प्रयोग हुआ है, की कीमत थी 7500 स्विस फ्रांक (लगभग 8500 अमेरिकी डॉलर)।
स्वर्ण-वस्त्र – बने हैं टिकने के लिए
गोल्ड फैब्रिक सिर्फ लावण्यता और विलासिता का प्रमाण नहीं है, ये बना है लम्बे समय तक टिकने के लिए (क्योंकि इसमें आधार रेशम का है)। यह लचीला है, पहना जा सकता है, और धुल भी सकता है। यहाँ तक कि इसे धोने पर भी इसकी चमक में कोई फर्क नहीं आएगा।
गोल्ड फैब्रिक की खोज विश्व के लिए विलासितापूर्ण वस्त्रों के जगत में एक बहुमूल्य जोड़ है। और जिस गति से टेक्नोलॉजी का विकास हो रहा है, भविष्य में यदि और भी चौंकाने वाले खोज सामने आएँगे, तो यह आश्चर्य की बात नहीं होगी।