Published: 25 अक्टूबर 2017
सोना खरीदने के लिए आप भुगतान का कौन-सा जरिया अपना सकते हैं?
क्या आप जानते हैं कि भारतीयों ने जनवरी से मार्च 2017 तक 32,420 करोड़ रुपए का सोना खरीदा है?
और खरीदे भी क्यों न? सोना खरीदना इतना आसान जो है। आपको सिर्फ आभूषण की किसी दुकान या बैंक में जाने की जरूरत-भर है। निवेश के अन्य कई विकल्पों के विपरीत, सोना खरीदने का निर्णय लेना अपेक्षाकृत आसान होता है।
हालांकि, सोना खरीदने का फैसला लेने से पहले, सबसे महत्वपूर्ण बातों में से एक पर सोचना बहुत जरूरी है कि आप भुगतान का कौन-सा तरीका अपनाने जा रहे हैं। जहां नकद या चेक से भुगतान एक स्वाभाविक-सी पसंद होता है, वहां यहां कुछ विकल्प दिए गए हैं, जिनका उपयोग भी किया जा सकता है :
- बैंक ट्रांसफर
- क्रेडिट, डेबिट कार्ड
- ई-वॉलेट
- मोबाइल और ऑनलाइन भुगतान वाली ऐेप
भुगतान के ये विकल्प नकद की तुलना में ज्यादा फायदे पहुंचा सकते हैं। यहां पर बताया जा रहा है कि ऐसा क्यों है :
- नकद लेनदेन पर भुगतान की सीमा :
आप 2 लाख रुपए से अधिक का नकद भुगतान नहीं कर सकते। ऐसा करने पर, नए सरकारी नियमों के अनुसार, विक्रेता पर उतनी ही राशि का जुर्माना लगेगा। यहां तक कि जब आप सोना बेचने की कोशिश करते हैं, तो भी प्रति व्यक्ति प्रतिदिन 10,000 रुपए की ही नकद सीमा होती है। शेष राशि आपके बैंक खाते में स्थानांतरित करनी होगी।
प्लास्टिक और डिजिटल मनी के साथ, हालांकि, ऐसी कोई परेशानी नहीं होती।
- बड़ी मात्रा में राशि ले जाने का जोखिम :
बाजार से अभी 10 ग्राम सोना खरीदना हो, तो इसकी कीमत लगभग 30,000 रुपए है। 100 ग्राम सोने की कीमत 3 लाख रुपए तक हो सकती है। इतनी बड़ी धन राशि का बंदोबस्त करना मुश्किल है, और चोरी हो जाने का जोखिम भी है। प्लास्टिक मनी सुरक्षित है, क्योंकि आपको इसके साथ लेनदेन करने के लिए सिर्फ एक पासवर्ड की जरूरत होती है।
इसके अलावा, नकद में ज्यादा लेनदेन होने से व्यवस्था भी गड़बड़ा सकती है। इसे ऑनलाइन भुगतान के जरिए रोका जा सकता है, क्योंकि हर लेनदेन को सत्यापन के कई दौरों में ट्रैक किया जा सकता है।
और भी विकल्प
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नकदी से, आप सिर्फ सोने के सिक्के और आभूषण ही खरीद सकते हैं।
छोटे निवेशक एक साल में 50,000 रुपए तक के गोल्ड फंड भी खरीद सकते हैं। हालांकि, यह प्रक्रिया काफी मुश्किल हो सकती है। वहीं भुगतान के डिजिटल तरीके से, इस तरह का सोना खरीदना ज्यादा सरल है।
इसके अतिरिक्त, गोल्ड ईटीएफ जैसे निवेश के विकल्प के लिए आपको एक ट्रेडिंग और डीमैट खाता (एक ऐसा खाता, जिसके पास इलेक्ट्रॉनिक रूप में आपके सभी शेयर होते हैं। इसे अपनी प्रतिभूतियों के लिए बैंक खाते के रूप में देखें) खोलना होता है। आप अपने ट्रेडिंग खाते में चेक या बैंक हस्तांतरण से पैसा भेज सकते हैं।
- विशेष लाभ
डिजिटल भुगतान या ई-वॉलेट के जरिए आप कितना भी सोना खरीद सकते हैं। उदाहरण के तौर पर, मोबाइल वॉलेट ने एक नया ऑफर लॉन्च किया है, जो आपको 1 रुपये से कम के लिए 0.1 ग्राम जितना 24-कैरेट सोना खरीदने की अनुमति देता है। इसे डिजिटल वॉलेट में ही स्टोर किया जा सकता है। ध्यान रखें कि 50,000 रुपए से ज्यादा के लेनदेन के लिए आपको सभी केवाईसी (अपने ग्राहक को जानें) जरूरतों को पूरा करना होगा, जिसे आपको निवेश करने के लिए सिर्फ एक बार ही पूरा करना होगा।
सरकार डिजिटल लेनदेन को प्रोत्साहित कर रही है। पिछले कुछ महीनों में, सरकार ने इस संबंध में अनेकों एप्लिकेशनें लॉन्च किए हैं। उदाहरण के लिए, BHIM ऐप (भारत इंटरफेस फॉर मनी) को सीधे बैंकों के जरिए ई-भुगतान की सुविधा के लिए लॉन्च किया गया था। इन ऐप्स का उद्देश्य भारतीयों को कैशलेस लेनदेन की ओर ले जाना है।
कुल मिलाकर कहें तो, यदि आपके पास नकदी है, तो आप वहीं और उतना ही डिजिटल सोना खरीद सकते हैं। दूसरी ओर, कैशलेस लेनदेन किसी भी उपयोगकर्ता के लिए ज्यादा अनुकूल विकल्प लगता है। और भारत को कैशलेस बनाने के लिए सरकार द्वारा डिजिटल इंडिया की पहल को देखते हुए, अगली बार आप जब भी सोना खरीदें, तो डिजिटल तरीके से ही खरीदें।
आप ऊपर दी गई भुगतान विधियों में से किसी का भी उपयोग करके अक्षय तृतीया के मौके पर सोना खरीद सकते हैं।