ज़्यादा कहानियां
विश्व के सोने के शहर
दुनिया के शहर जिनको "गोल्डन सिटी" के नाम से जाना जाता है और उनके बारे में कुछ रोचक तथ्य
स्वर्ण के मानक का संक्षिप्त इतिहास
मुद्रा के प्रारम्भिक काल में स्वर्ण मुद्राओं का प्रचलन सबसे आम था.
गोल्ड स्टॅंडर्ड क्या है?
1929 की महामंदी तक अधिकांश देशों द्वारा इस्तेमाल की गयी मौद्रिक व्यवस्था पर एक बारीक़ नज़र
भारत की स्वर्ण समृद्धि में प्राचीन रोमनों का अंशदान
पैट्रीशियन रोमनों के पास हमारी कलाकृतियों, मसालों, आभूषणों और सुन्दर बुनाई वाले वस्त्र जैसे भारतीय वैभव का संग्रह था.
स्वर्ण – सम्पूर्ण राष्ट्र का उद्धारक
पिछले दशक में भारत का काफी रूपांतरण हुआ है. गतिशीलता, ई-कॉमर्स, सूचना प्रौद्योगिकी आदि अति लाभकारी क्षेत्रों में अनेक स्टार्टअप कंपनियों का उदय हुआ है.
देवोचित : पैठनी साड़ी का इतिहास
पैठनी साड़ी का एक लंबा इतिहास है.
द्वितीय विश्व युद्ध के परिणाम और स्वर्ण
1947 में औपनिवेशिक शासन की समाप्ति के साथ भारत ने आज़ादी हासिल की. तत्कालीन युद्धग्रस्त उथल-पुथल भरे राजनीतिक परिदृश्य में इस नवजात स्वतंत्र राष्ट्र के लिए विकास करना काफी मुश्किल था.
स्वर्ण का मानक
यह सुस्थापित तथ्य है कि वित्त, व्यापार एवं मूल्य की अंतःक्रिया के मामले में गत सदी के दौरान विश्व में अनेक उतार-चढ़ाव हुए हैं.
स्वर्ण के सहारे अंतरिक्ष में जीवन की संभावना
यह सुनने में भले ही आश्चर्यजनक लगता हो, किन्तु कैंसर से आरोग्य के अनुसंधान में स्वर्ण उपयोगी है।
जब जहांगीर ने अपने बेटे को सोने से तौला
वह 31 जुलाई, 1607 का दिन था। भारत के मुग़ल सम्राट, जहांगीर ने अपने बेटे, शाहजादा खुर्रम की 15वीं वर्षगाँठ मनाने के लिए उसे स्वर्ण मुद्राओं से तौलने का आदेश दिया।