Published: 13 अगस्त 2024

साज : कोल्हापुर की पारंपरिक हैंडीक्राफ्ट गोल्ड ज्वेलरी

इतिहास के पन्नों में दर्ज शहर कोल्हापुर की शान, कोल्हापुरी साज हार, सिर्फ आभूषण नहीं है, बल्कि 400 साल पुरानी परंपरा का प्रतीक है, जिसे कारीगरों ने पीढ़ी दर पीढ़ी संजो कर रखा  है।

यह बेहतरीन आभूषण, समृद्धि और वैवाहिक सुख का प्रतीक माना जाता है, जो  सामान्य आभूषण से कहीं अधिक है। साज में बारीकी से बनाए गए 21 गोल्ड डिज़ाइन हैं , जिनमें से हर एक को हाथ से बड़ी सावधानी से तैयार किया गया है। ऐसी मान्यता है की इस कला में दिव्य आशीर्वाद है, जो इस आभूषण को आध्यात्मिक महत्व देता है।

200 साल पुराने सांचों की मदद से हाथों से बनाए गए, साज की खूबसूरती इसकी बनावट में छिपी है। कारीगर गोल्ड और ब्रोंज को मिलाकर बेहद बारीकी से 100 से 300  हैंडक्राफ्ट गोल्ड पीस बनाते हैं। फिर इन हिस्सों को अद्भुत कलाकारी से जोड़कर एक पूरा कोल्हापुरी साज तैयार किया जाता है।

आपके पास साज का होना, आपको कोल्हापुर की गौरवशाली विरासत से जोड़ता है और पीढ़ियों की कला का उत्सव मनाता है। यह परंपरा और आस्था का प्रमाण है, जिसका सुंदर और बारीकी से किया गया काम इसके जीते-जागते अतीत की कहानियाँ बयां  करता हैं।