Published: 08 सितंबर 2017
दुर्गा अष्टमी के लिये स्वर्ण आभूषणों के डिजाईन
बंगाली उत्सव दुर्गा अष्टमी मुख्य रुप से देवी दुर्गा की आराधना के लिये और स्त्री शक्ति के अस्तित्व का प्रतीक रुप में मनाया जाता है। परिवारों में कथा, मिठाईयां आदि से इसे आनंदमय बनाया जाता है और घरों में रंग व सजावट के काम किये जाते हैं। इस अवसर के लिये कुछ बेहतरीन आभूषणों के डिजाईन तैयार होते हैं जिन्हे सर्वोत्तम सामग्री की मदद से और सबसे उत्कृष्ट डिजाईन्स के द्वारा तैयार किया जाता है। यहां पर कुछ स्वर्ण आभूषणों के डिजाईन्स दिये जा रहे हैं जो दुर्गा अष्टमी के दौरान आपकी सुन्दरता में चार चांद लगा देंगे:
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पेन्डेन्ट
आप पारंपरिक डिजाईन के मीनाकारी वाले पेन्डेन्ट चुन सकती है। कोई ज्यामितीय आकृति जिसके किनारे तीखे न हो और वह रंगीन पेस्टल्स में आता हो। ये पेन्डेन्ट पारंपरिक और आधुनिक दोनो का मिश्रण होते हैं जिनसे उत्सव का रंग और भी निखरकर सामने आता है।
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पारंपरिक झुमके
यदि आपने पारंपरिक झुमके चुने हैं तब ये कभी भी और कहीं भी, बेहतर ही रहेंगे। इनके डिजाईन्स में आप फूल पत्तियों के अलावा मोर, कमल, गुलाब आदि को चुनकर पारंपरिक उत्सवी रंग के लिये स्वयं को तैयार कर सकती है।
यदि आपको थोड़ा भडकीला पसंद है, तब आप अनेक लहरों वाले झुमके भी ले सकती हैं जो बड़े होते हैं साथ ही नाजुक भी दिखाई देते हैं।
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इनैमल से बनी चूडियां
इन चूडियों में मां दुर्गा के पारंपरिक रंगों का समावेश होता है – सफेद, हरा और लाल। इन चूड़ियों को दुर्गा अष्टमी पर सबसे बेहतर माना जा सकता है और ये आपके सभी प्रकार के परिधानों पर एकदम सही लगती हैं जिसमें औपचारिक वस्त्रों से लेकत पारंपरिक भारतीय वस्त्र भी शामिल है।
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टेम्पल डिजाईन के आभूषण:
इस अवसर पर इन विशेष और बेहतरीन आभूषणों को पहनने से आपका आन्तरिक दैवत्व दिखाई देता है। लाल और हरे रंग से सजा सुनहरा नेकपीस आपके लिये उन खूबसूरत पैन्डल्स के साथ सबसे उत्कृष्ट दिखाई देगा! एक बारीक कारीगरी से सजी चूडियों का जॊडा आपके लुक को एकदम संपूर्ण बना देगा।
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नथ
सभी उत्सवों के समान ही दुर्गा अष्टमी आप अपनी फैशन के अनुरुप चुनाव कर सकती है। रोज़ाना पहनी जाने वाली नथनी के स्थान पर पहनिये बड़ी नथ जो आपके कानों तक फैली हुई हो। स्वर्ण का एक और रुप जो आपकी उत्सवी सजावट को पूरा करेगा।
इस दुर्गा अष्टमी पर इन सभी स्वर्ण आभूषणों से पाईये प्रेम, गरिमा और सर्वोत्तम सौन्दर्य