Published: 31 अगस्त 2017
विभिन्न अवसरों के लिए सोने के आभूषण
क्या आप जानते हैं कि आज जितने भी सोने का खनन किया जाता है उसके लगभग 49 प्रतिशत से आभूषण बनाये जाते हैं? वैसे सोने के आभूषण सभी रूपों में चमकते हैं, लेकिन एक विशेष अवसर के लिए एकदम सही सेट चुनना एक कला है - चाहे वह एक साधारण पारिवारिक जलसा हो या अपने सहकर्मियों के साथ सैर-सपाटा। आपके सर्वोत्तम दिखने में मदद करने के लिए यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं:
- सोना - दुल्हन के लिए
आपकी शादी की पोशाक लाल और सफेद, गुलाबी और पीली, नीली और भूरी पीली या किसी भी अन्य आकर्षक संयोजन में हो सकती है, लेकिन सोना आपके ब्राइडल लुक को कुछ जटिल स्वर्ण आभूषणों के साथ संपूर्ण बनाने के लिए आदर्श चीज़ है जो एक सांस्कृतिक और आध्यात्मिक अंतर्वस्तु के मिश्रण की तरह काम करता है। भारतीय दुल्हन के सोने के आभूषणों की दृश्य अपील अपने उत्कृष्ट शिल्प कौशल के कारण ध्यान आकर्षित करती है। माहिर कारिगारों द्वारा डिज़ाइन किए जाने वाले पारंपरिक सोने के आभूषण चिक (चोकर) का हार, रानी हार, टियारा मांग टिक्का आदि का रूप लेते हैं और इन्हें आपकी शादी के दिन पहना जा सकता है। आप अपने इतने महत्वपूर्ण दिन की शुरुआत सोने की चूड़ियों, कंगन, कमर बंद, हार, अंगूठियों, झुमके, हाथ फूल और अन्य प्रकार के दुल्हन के स्वर्ण आभूषण पहनकर स्टाइल के साथ कर सकते हैं। यहाँ हैं 7 Ways a Bride can add Gold to her Wedding Day.
- सोना– विवाह अतिथि के रूप में
आपके परिवार के विरासत संग्रह से उधार लिया गया एक क्लासिक सोने का हार आपके दोस्त के विवाह में चमत्कार कर देगा। इसे एक गाउन, भारी साड़ी, लेहंगे, या किसी अन्य भारी पोशाक के साथ पहनकर जादुई प्रभाव पैदा करें।
- सोना – उत्सवों के लिये
भारत त्योहारों की भूमि है जहां देश भर में सोने के प्रेमी पाये जाते हैं जो उत्सवों में आभूषण पहनते हैं। दीपावली, पोंगल, रक्षा बंधन, करवा चौथ, दशहरा आदि को यादग़ार बनाने के लिये सोने के झुमके, चूड़ियां, पायल, हार, अंगूठियां, और कंगन पहनें जा सकते हैं। यज्ञ, पूजा, धार्मिक समारोहों या उत्सवों में पारंपरिक वेशभूषा के साथ सोने के आभूषण पहनना शुभ माना जाता है। स्वर्ण समृद्धि और प्रचुरता का प्रतीक है और माना जाता है कि वह अच्छे भाग्य और धन का अग्रदूत है। उत्सवों की भूमि होने की वजह से जब सोने के गहने चुनने की बात आती है तब भारत कई क्षेत्रीय विलक्षणताओं का दावा करता है - यहां पर एक नजर देखते हैं भारत में पहने जाने वाले विभिन्न प्रकार के स्वर्ण आभूषण.
- सोना– काम करते समय
सोने का हलका सा टच देते हुये आप अपने अगले कॉर्पोरेट इवेंट में अपना खुद का स्टाइल स्टेटमेंट कैसे बनायेंगे? जहां पश्चिमी परिधान एक सोने के पेडेंट, एक सरल सोने की अंगूठी, या मिलती जुलती चूड़ियों की एक जोड़ी के साथ पूरक का काम करते हैं, वहीं परंपरागत परिधान जैसे क्रिस्प कुर्ती या हल्की साड़ीयों को समकालीन या पारंपरिक सोने के सेटों के साथ मैच किया जा सकता है। सोने के बड़े आभूषणों के बजाय, आप अधिक न्यूनदर्शित, सूक्ष्म डिजाइनों का चयन कर सकते हैं जो सोने की प्रतिष्ठा और सुंदरता को एक आधुनिक पहनावे के साथ जोड़ते हैं। अधिक जानने के लिए, पढ़ें
- सोना- पारिवारिक जलसों के लिये
परिवार के साथ समय बिताना आरामदायक और सुरक्षित है, इसलिए अच्छा महसूस करने के लिए सोना पहनें। ड्रेस कोड के बारे में चिंता किए बिना अपने स्टाइल को अभिव्यक्त करने के लिए पहनें! आप एक आर्म बैंड या पैर की अंगुली की अंगूठी या बाडी चेन और बेशकीमती आभूषण चुन सकते हैं, जिन्हें आपको पहले पहनने का अवसर नहीं मिल पाया हो। सोने के आभूषण जैसे कि झुमके, कंगन, हार, चूड़ियां, पायल, नथ आदि आपके आकर्षण को बढ़ाते हैं। सभी सरल, समकालीन, और चित्तग्राही डिज़ाइन इस्तेमाल किये जा सकते हैं।
- सोना– धार्मिक उत्सव के लिये
उत्सव के समय सोना अपनी सारी महिमा के साथ चमकता है! चाहे आप यज्ञ, गोद भराई या किसी अन्य धार्मिक या सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग ले रहे हों, सोना आपके पहनावे को संपूर्ण बना सकता है। लम्बे स्तरित हार, सोने के झुमके, एक सोने का हाथफूल, और सोने की कंगन की भारी जटिल जोड़ी इस तरह के उत्सवों के लिए पारंपरिक ड्रेस कोड में पूरी तरह से फिट होगी।
प्रसिद्ध आभूषणकार जेनी क्वोन ने कहा, "आभूषण में यह शक्ति है कि वह एक ऐसी छोटी सी चीज़ है जो आपको अनोखा महसूस करा सकती है।" आपके द्वारा चुना गया सोने का आभूषण आपके व्यक्तित्व की अभिव्यक्ति हो सकता है। सौभाग्य से, अलग-अलग मौकों के लिए चयन करने के लिए पूरी तरह से सुरुचिपूर्ण, अलंकृत, गैरपरंपरागत, एथनिक, आकर्षक और अनुकूलित सोने के आभूषण मौजूद हैं।