Published: 10 सितंबर 2018

भारत में सोने को लेकर सकारात्मक रवैया

Positive attitude towards gold trend in Indian hearts

दिल-ओ-दिमाग, आभूषण संग्रह और निवेश पोर्टफोलियो में सोना हमेशा से ही रहा है। लेकिन इस बहुमूल्य धातु के साथ हमारे रिश्ते निरंतर विकसित हो रहे हैं। सोना हमेशा से ही मूल्यों का एक भरोसेमंद खज़ाना रहा है जो मुद्रास्फीति के समय, एक आश्रय बनकर, हमारे प्रियजनों का आर्थिक भविष्य सुरक्षित रखता है। आज सोना भी डिजिटल हो गया है और छड़, सिक्कों व गहनों जैसे भौतिक रूपों से ऊपर उठकर इसने निवेश के नये रास्ते खोल दिये हैं। फिर भी, भारतीयों का मानना है सोने को अपनाना एक आदर-सम्मान की बात होती है इसलिए वे आज भी पारम्परिक तरीके से, ख़ास मौकों पर, सोने के गहने, छड़ और सिक्के खरीदने और भेंट करने में विश्वास रखते हैं।

आइए एक नज़र डालते हैं पुरानी पीढ़ी और नयी पीढ़ी के सोने के प्रति रवैये पर:

भारतीय परिवारों में सोने को कैसे माना जाता है?

  • लगभग हर भारतीय अपने बुज़ुर्गों और माता-पिता को सोने के सिक्के इकट्ठे करते देख बड़े हुआ है। ऐसा करने से उनके मन में भविष्य को सुरक्षित करने की भावना रहती थी। आज की पीढ़ी को भी यही भावना विरासत में मिली है और वह भी सुरक्षित भविष्य और निवेश की दृष्टि से सोने को श्रेष्ठ मानता है।
  • भारतीय संस्कृति में, सोने को सुख-समृद्धि का शुभसूचक माना जाता है और इसलिए जीवन के हर महत्त्वपूर्ण अवसर पर खरीदा जाता है।

सोना महत्त्वपूर्ण भरोसेमंद निवेश विकल्प कैसे है?

  • लोगों को उनकी ज़िंदगी-भर के उद्देश्य और लक्ष्य पूरा करने में मदद के लिए एक ठोस और स्थिर जरिये की ज़रूरत होती है जो धन की रक्षा कर सके और वह सोने से बेहतर कुछ नहीं हो सकता।
  • सोने की वास्तविकता व्यक्ति के मन में सुरक्षा और विश्वास की भावना लाती है।
  • सोना अपनाने के मामले में लोगों का रवैया सकारात्मक रहता है।
  • 72% भारतीय मानते हैं कि दीर्घ-काल में भी सोने का मूल्य कभी नहीं घटेगा।
  • 63% भारतीय सोने पर भारतीय मुद्रा से ज़्यादा विश्वास करते हैं क्योंकि यह मुद्रास्फीति और आर्थिक हलचल के समय आश्रय देता है।
  • 70% भारतीयों ने कहा कि पास में सोना होने से वे सुरक्षित महसूस करते हैं।
  • भारतीय आने वाले समय में सोने की कीमतों को लेकर आशावादी हैं और इसलिए वे सोने को एक भरोसेमंद निवेश विकल्प के रूप में मानते हैं।

सोने में निवेश के नये चलन

  • निवेशक सोने की मज़बूती और दीर्घ-कालिक स्थिरता को मानते हैं
  • आय चाहे जितनी भी हो, भारतीय सोने में ज़्यादा निवेश करना चाहते हैं
  • आज का शहरी भारतीय युवा, उत्साही और विचारवान है और इसलिए अपनी आय का 24%-30% भाग औसतन 3.8 उत्पाद खरीदने पर खर्च करता है।

सोने के प्रति भारतीयों का सकारात्मक रवैया बताता है कि सम्भावित निवेशकों की संख्या अभी भी बहुत है, ख़ास तौर पर तब जब आज के समय में सोने में निवेश करने के कई आधुनिक तरीके हो गये हैं – जैसे ईटीएफ, स्वर्णाभूषण क्रय योजना, मोबाइल ऐप-आधारित भुगतान और फोनपे व पेटीएम जैसी मोबाइल वॉलट सेवाओं द्वारा स्वर्ण विक्रय।

स्रोत