Published: 20 अगस्त 2019
कर्नाटक के सोने के आभूषणों के पारंपरिक डिजाइन
कर्नाटक के संस्कृति में सोने के आभूषणों के महत्व की जड़े बहुत गहरी हैं। रोजमर्रा की जिंदगी में इसे पहनने से लेकर खास मौकों पर उपहार में देने तक, सोने के आभूषण इस राज्य के लोगों के जीवन का एक बेमिसाल हिस्सा हैं। और जब विवाहों की बात आती है, तो किसी सवोत्कृष्ट कन्नड़ दुल्हन का लुक भी सोने की चमक के बिना अधूरा ही होता है।
आइए, कर्नाटक के सोने के आभूषण के कुछ पारंपरिक डिजाइनों पर एक नज़र डालते हैं :
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लक्ष्मी सारा
‘सारा’ का अर्थ चेन या माला होता है। लक्ष्मी सारा सोने की एक लंबी चेन होती है, जो छोटे-छोटे सोने के सिक्कों से बनी होती है, जिन पर देवी लक्ष्मी को उकेरा गया होता है।
सौजन्य : इंडिया बिजौक्स
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व्याघ्रनखा
आमतौर पर बाघ के नाखून के रूप में जाना जाने वाला व्याघ्रनखा सोने का पेंडैंट ही होता है, जिसका उपयोग विभिन्न प्रकार के ताबीजों में किया जाता है। इसे बाघ के साहस का प्रतीक कहा जाता है, इसलिए इसका यह नाम पड़ा। सोने के व्याघ्रनखा पेंडैंट का नाता कार्तिकेय और मंजुश्री के युवा देवताओं से है, यही वजह है कि इसे आमतौर पर बच्चों को पहनाया जाता है और माना जाता है कि यह बुरी आत्माओं को दूर रखता है।
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एंतेल सारा
यह कन्नड़ दुल्हनों द्वारा परंपरा के रूप में पहने जाने वाला लंबा बहुपरतीय सोने का हार है। एंतेल सारा में कई परतें होती हैं, और ये सारी परतें सोने के मोतियों से पिरोई हुई होती हैं।
सौजन्य : मालाबार गोल्ड
सौजन्य : उत्सवपीडिया
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हारम
हारम सोने का एक और आभूषण होता है, जिसे गले में पहना जाता है। इसमें सोने की लंबी और मोटी चेनें लगी होती हैं, और ये कई डिजाइनों में होते हैं, इसके बीचोबीच सोने का एक बड़ा पेंडैंट होता है।
सौजन्य : कोठारी ज्वेलरी
सौजन्य : कल्याण ज्वैलर्स
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मविनाकाई अदिगाई
यह पारंपरिक सोने का हार केरल के मांग माला जैसा है। हार में सोने से बने आम के आकार के छोटे-छोटे पेंडैंट लगे होते हैं। एक पारंपरिक कन्नड़ दुल्हन का लुक मवीनाकाई अदिगाई के बिना अधूरा है।
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कडग
"कूर्गकडग" के रूप में जानी जाने वाली ये पारंपरिक सोने की चूड़ियां या तो ठोस होती हैं या खोखली होती हैं। वे या तो एक, या दो या या तीन स्तरीय हो सकती हैं। जहां कुछ कडग सिर्फ सोने के बने होते हैं, वहीं कुछ कडगों में कीमती नग भी जड़े होते हैं।
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पथक
पथक कूर्ग दुल्हन के लुक में आभूषण का एक अनिवार्य अंग है, यह एक प्रकार का हार होता है, जिसमें ऊपर कोबरा के फन के साथ सोने की चेन जुड़ी होती है।
सौजन्य: मालाबार गोल्ड
सौजन्य: मालाबार गोल्ड
आप पाएंगे कि आज भी, लगभग हर कन्नड़ परिवार के पास सोने के ये पारंपरिक आभूषण मौजूद हैं। यह इस बात का प्रमाण है कि इस राज्य के लोग अभी भी अपनी संस्कृति और इतिहास से अच्छी तरह से जुड़े हुए हैं।